Chhattisgarh

सिंधी संस्कृति विरासत को पुनः पूर्व स्वरूप में लाने प्रयासरत सिंधी महिला विंग “सुहिणी सोच”

जगदलपुर inn24( रविन्द दास)- सिन्धी पंचायत की महिला विंग समिति सुहिणी सोच द्वारा लाडा महिला संगीत कार्यक्रम सिंधु भवन में किया गया. सुहिणी सोच अध्यक्षा रजनी दण्डवानी ने बताया सिंधी विरासत को बचाने व आगे बढ़ाने के लिए सिंधी समाज की महिलाओं ने पुराने सिंधी भजनों व गीतों को प्रस्तुत कर पुरानी सिंधी संस्कृति लाडा की याद दिलाई, सिन्धी समाज की सभी महिलाओं ने सिंधी गीतों पर नृत्य किया. बीते कार्यक्रम में सन्त कंवरराम के बेहतरीन नाट्य के दौरान एक खूबसूरत नृत्य किया गया रहा जिनमे रुचि दुल्हानी, भूमिका दुल्हानी को अतिथियों द्वारा सम्मानित भी किया गया.

सहिणी सोच सांस्कृतिक सचिव ने जानकारी दी सावन माह चल रहा आने वाले भाई बहन का त्यौहार रक्षाबंधन के पूर्व हमारी टीम द्वारा लड़कियों के लिए राखी थाली सजाओ एवं लड़को के लिए गिफ्ट सजाओ प्रतियोगिता 2 वर्गों में की गई, राखी थाली सजाओ प्रथम वर्ग में प्रथम भूमिका दुल्हानी , द्वितीय उन्नति रूपरेला, तृतीय लक्षिता आहूजा एवम धैर्या दुल्हानी ने स्थान बनाया, द्वितीय वर्ग में प्रथम नयन आसवानी, द्वितीय रोस कोटवानी , तृतीय पूर्वी मनवानी ने जीत अर्जित किया, लड़को की प्रतियोगिता गिफ्ट सजाओ के प्रथम वर्ग में प्रथम स्थान विवान दुल्हानी, द्वितीय स्थान आरव नानकानी, एवम दूसरे वर्ग में प्रथम स्थान दिव्यांश पोटानी, द्वितीय स्थान चिराग पोटानी रहे, एवम सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार अतिथियों एवम समिति के पदाधिकारियों द्वारा प्रदान किया गया, मुख्य अतिथि सिन्धी पंचायत अध्यक्ष उधाराम मूलचंदानी, संजय नत्थानी, मनीष मूलचंदानी, किशोर मनवानी, दिलीप रूपरेला रहे. सुहिणी सोच समिति सचिव भारती लालवानी ने जानकारी दी लाडा महिला संगीत खासकर शादी , जनेऊ संस्कार के पूर्व दिवस पर आयोजन होते है इसमें उन पारंपरिक गीतों के साथ महिलाओं द्वारा थाल (परात), चम्मच, ढोलक के साथ ऊंचे स्वर में सिन्धी गीत गाए जाते हैं। यह आमतौर पर दूल्हे के स्थान पर आयोजित किया जाता है जहां दुल्हन के परिवार को भी आमंत्रित किया जाता है। यह सब कार्यक्रम आधुनिकता के असर से बहुत कम हो गया अब यह बाहर से सिन्धी मण्डली को आमंत्रित कर कार्यक्रम किया जाता, हम इस लाडा महिला संगीत को सिन्धी संस्कृति के रीतिरिवाजों को करते रहें ताकि आने वाली नई जनरेशन को सिन्धी समाज संस्कृति की धरोहर को कायम रख सके, आयोजन उपरान्त सिन्धी संस्कृति परम्परा अनुसार उपस्थित सभी सदस्यों को श्रीफल प्रदान किया गया, शनिवार के आयोजन में रजनी दण्डवानी, पुष्पा मनवानी, चन्द्रा देवी नवतानी, नीलम बसन्तवानी, भारती लालवानी, रेखा दुल्हानी, अमृता मूलचंदानी, ऋचा नानकानी, लक्ष्मी नवतानी, दीपा नागवानी, कांता नागदेव, दिव्या रूपरेला, पायल मूलचंदानी, सुनीता मेठानी, माया माधवानी, नीतू नागवानी, रेशमा भोजवानी, सीमा आहूजा, सुनीता दुल्हानी, स्नेहा मेठानी, अनिता दुल्हानी, कोशी कोटवानी, मीना बसरानी, रांझणा सुंदरानी, निशा कोटवानी, सौम्या दुल्हानी, श्वेता मनवानी, रिया दुल्हानी, मुस्कान नवतानी, पूजा रूपरेला, ममता थवानी, रवीना मूलचंदानी, सिमरन दुल्हानी, पूनम दुल्हानी, नेहा शर्मा, मीना कोटवानी, दिशा आहूजा, तानी पोटानी, रुचि रूपरेला, जिया पोटानी एवम अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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